Jab Bhi Pyar Shabd

Sunday, April 23, 2017

दहलीज़ पर रखे हैं ,अब भी चिरागे हसरत..

बुझते कभी कहाँ हैं , दिए इंतज़ार के ..........

You Might Also Like

0 blogger-facebook

Contact Us

Name

Email *

Message *